गजलों में फिर वो रवानी आएगी
ओढ़कर चुनर वो धानी आएगी
गालों की रंगत से तुम देख लेना
लगा कर गुलाबो का पानी आएगी
मिलेंगी मुहब्बत में चुप सी निगाहें
रुत भी ये अब के सुहानी आएगी
जुल्फ़े गिराने की उनकी अदा पर
पलकें हया से झुकानी आएगी
जब भी बजेगी मुरली तुम्हारी
राधा सी बन वो दीवानी आएगी #गद्दार
रवानी = flow
धानी = yellowish
गुलाबो का पानी = rose water
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