जब सामने से गुजरता देखना
शरम का पानी उतरता देखना
किये थे जितने वादे तुम से
हर वादे से मुकरता देखना
बह गये आँख से आँसू सारे
हर वो ख्वाब बिखरता देखना
जख्म के फिकर में गमजदा होकर
दूर से ज़ख्म को भरता देखना
जिस को दिल में उतरता देखा
"गद्दार" दिल से उतरता देखना #गद्दार
No comments:
Post a Comment