इक चेहरा वो अनजान हुआ
मुझे इश्क़ में फिर नुकसान हुआ
वो सर्द हवा बन गुज़र गया
मै बस्ती सा वीरान हुआ
सामने रख कर आईना
ये चेहरा फिर हैरान हुआ
रफ़्ता रफ़्ता दूसरा इश्क़
जब पहले के दौरान हुआ #गद्दार
No comments:
Post a Comment