दूर से देखा तो बस इतना लगा
इक तेरा चेहरा मुझे अपना लगा
इक लहर आकर मुझे यूँ छु गई
दरमियां वो अनकहा रिश्ता लगा
बाँटकर खुशियाँ मुझे गम ही मिले
जानकर सौदा बड़ा महँगा लगा
ख़ुश्किया नज़रों में इतना समां गई
रेत का साहिल मुझे सहरा लगा। #गद्दार